इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने लंबे समय से चल रहे भ्रष्टाचार मामले के बीच राष्ट्रपति से औपचारिक माफी (पार्डन) की मांग की है। यह कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब मुकदमे ने देश को गहराई तक बांट दिया है और राजनीतिक अस्थिरता लगातार बढ़ रही है।
रविवार (30 नवंबर 2025) को प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि नेतन्याहू ने राष्ट्रपति कार्यालय के कानूनी विभाग को माफी के लिए अनुरोध पत्र भेजा है। राष्ट्रपति कार्यालय ने इसे “असाधारण अनुरोध” करार दिया है, जिसके “गंभीर और व्यापक प्रभाव” हो सकते हैं।
बेंजामिन नेतन्याहू इज़राइल के इतिहास में ऐसे पहले पदस्थ प्रधानमंत्री हैं जिन्हें भ्रष्टाचार के आरोपों में अदालत का सामना करना पड़ रहा है। उन पर तीन मामलों में धोखाधड़ी, विश्वासघात और धनी समर्थकों से रिश्वत लेने के आरोप हैं। आरोपों के अनुसार, उन्होंने राजनीतिक और व्यक्तिगत फायदे के बदले कारोबारी हस्तियों से विशेष सुविधाएं प्राप्त कीं। हालांकि नेतन्याहू अब तक किसी भी आरोप में दोषी नहीं ठहराए गए हैं।
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नेतन्याहू की माफी की यह मांग ऐसे समय आई है जब कुछ हफ्ते पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इज़राइल से सार्वजनिक रूप से आग्रह किया था कि नेतन्याहू को माफी दी जाए। ट्रंप के इस बयान के बाद इज़राइली राजनीति में बहस और तेज हो गई थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि माफी की यह मांग देश के भीतर गहरे राजनीतिक विभाजन को और बढ़ा सकती है, जबकि उनके समर्थक इसे “राजनीतिक उत्पीड़न” से राहत पाने का प्रयास बता रहे हैं। अब राष्ट्रपति कार्यालय के सामने यह चुनौती है कि वह इस अभूतपूर्व अनुरोध पर क्या रुख अपनाए।
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