महाराष्ट्र की राजनीति में एक दिलचस्प मोड़ तब आया जब एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) यानी NCP(SP) ने सोलापुर के कुर्डुवाड़ी निर्वाचन क्षेत्र में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए हाथ मिलाया। यह गठबंधन न केवल स्थानीय स्तर पर महत्वपूर्ण माना जा रहा है बल्कि इसे राज्य की भविष्य की राजनीतिक दिशा का भी संकेत माना जा रहा है।
NCP(SP) के प्रदेश अध्यक्ष शशिकांत शिंदे ने बुधवार को कुर्डुवाड़ी में चुनाव अभियान के दौरान कहा कि यह गठबंधन महाराष्ट्र की आने वाली राजनीतिक तस्वीर का ‘संकेत’ हो सकता है। उन्होंने कहा, “कुछ लोग राजनीति में दूसरों का इस्तेमाल कर उन्हें बाद में छोड़ देते हैं। ऐसे लोगों को राजनीति से खत्म करने के लिए यह समय महत्वपूर्ण है। कुर्डुवाड़ी में हुआ यह गठबंधन महाराष्ट्र की भविष्य की राजनीति की शुरुआत हो सकता है।”
एकनाथ शिंदे की शिवसेना के साथ गठबंधन को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है, क्योंकि यह कदम विपक्षी ताकतों के बीच नए समीकरणों को जन्म दे सकता है। यह पहला अवसर है जब दोनों दल स्थानीय निकाय स्तर पर साझेदारी कर रहे हैं, जिससे आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी दलों के बीच संभावित एकजुटता की झलक मिलती है।
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विश्लेषकों का मानना है कि यह गठबंधन न केवल कुर्डुवाड़ी में चुनावी मुकाबले को दिलचस्प बनाएगा, बल्कि यह दोनों दलों के लिए एक राजनीतिक प्रयोग भी हो सकता है। यदि यह प्रयोग सफल रहता है, तो महाराष्ट्र में व्यापक स्तर पर विपक्षी गठबंधन की संभावना भी बढ़ सकती है।
कुर्डुवाड़ी में शिवसेना (शिंदे गुट) और NCP(SP) का यह अप्रत्याशित गठबंधन आने वाले दिनों में राज्य की राजनीति में नई हलचल पैदा कर सकता है।
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