राजद (RJD) नेता और बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव अगले महीने संभावित विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले "बिहार अधिकार यात्रा" पर निकलने जा रहे हैं। माना जा रहा है कि यह यात्रा विपक्ष द्वारा पहले आयोजित "वोटर अधिकार यात्रा" के माध्यम से बने जनसमर्थन की गति को आगे बढ़ाएगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह यात्रा तेजस्वी यादव के लिए न केवल चुनावी तैयारी का साधन है, बल्कि जनता से सीधे संवाद स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर भी होगी। इस दौरान वह बेरोजगारी, महंगाई, शिक्षा, स्वास्थ्य और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों पर जनता से संवाद करेंगे और केंद्र व राज्य सरकार पर निशाना साधेंगे।
तेजस्वी यादव ने पहले भी "वोटर अधिकार यात्रा" के दौरान युवाओं और किसानों को जोड़ने की कोशिश की थी, जिससे विपक्ष को मजबूती मिली थी। अब "बिहार अधिकार यात्रा" के जरिए वह राज्य के विभिन्न जिलों का दौरा करेंगे और स्थानीय समस्याओं को उजागर करेंगे।
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राजद का मानना है कि इस यात्रा से पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह बढ़ेगा और संगठनात्मक मजबूती हासिल होगी। साथ ही, यह यात्रा महागठबंधन को भी जनता के बीच अधिक प्रभावी बनाने में मदद करेगी।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, यात्रा की रूपरेखा जल्द ही सार्वजनिक की जाएगी और इसमें बड़े स्तर पर जनसभाएं व संवाद कार्यक्रम होंगे। तेजस्वी यादव इस दौरान अपने पिता लालू प्रसाद यादव की राजनीति की विरासत और सामाजिक न्याय के मुद्दों को भी प्रमुखता देंगे।
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