एशिया कप 2025 के दौरान पाकिस्तान के तेज गेंदबाज़ हारीस रऊफ पर आक्रामक इशारा करने के मामले में मैच फीस का 30% जुर्माना लगाया गया है। वहीं उनके साथी खिलाड़ी साहिबजादा फरहान को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
टूर्नामेंट सूत्रों के अनुसार, दोनों खिलाड़ियों पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उकसाने वाले इशारे करने का आरोप लगाया था। ये घटनाएं मैच के दौरान उस समय सामने आईं जब खिलाड़ियों के बीच तनावपूर्ण माहौल देखा गया।
हारीस रऊफ का मामला अपेक्षाकृत गंभीर माना गया क्योंकि उनके इशारों को आक्रामक और असामान्य खेल भावना के खिलाफ समझा गया। इसी कारण उन पर आर्थिक जुर्माना लगाया गया। इसके विपरीत, साहिबजादा फरहान को पहली बार ऐसे आचरण का दोषी पाए जाने पर सिर्फ चेतावनी दी गई है।
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टूर्नामेंट अधिकारियों ने साफ किया कि क्रिकेट को सजग और सकारात्मक वातावरण में खेला जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों से अपेक्षा की जाती है कि वे मैदान पर पेशेवर रवैया बनाए रखें और किसी भी तरह के उकसावे या आक्रामक इशारों से बचें।
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की अनुशासनात्मक कार्रवाइयाँ खिलाड़ियों को खेल भावना की महत्ता की याद दिलाने का काम करती हैं। साथ ही, यह संदेश देती हैं कि चाहे मैच कितना भी तनावपूर्ण क्यों न हो, खेल के नियमों और मर्यादाओं का पालन आवश्यक है।
इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में खिलाड़ियों के हर व्यवहार पर करीबी नज़र रखी जाती है और खेल की गरिमा से समझौता किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं है।
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