सैयद मोदी इंटरनेशनल बैडमिंटन टूर्नामेंट के सेमीफ़ाइनल में भारत की युवा खिलाड़ी तन्वी शर्मा को जापान की हिना अकेची के हाथों हार का सामना करना पड़ा। हिना ने यह मुकाबला 21-17, 21-16 से केवल 41 मिनट में अपने नाम किया। मैच के दौरान तन्वी की लाइन पर मारने वाली स्मैशों में लगातार हो रही गलतियाँ उनके लिए भारी साबित हुईं और उन्हें फाइनल की रेस से बाहर होना पड़ा।
दूसरे गेम में 16-16 की बराबरी पर तन्वी वापसी की कगार पर थीं, लेकिन इसी निर्णायक क्षण पर उन्होंने एक तेज़, जोखिम भरा डाउन-द-लाइन स्मैश ओवर-हिट कर दिया। यह गलती उनके लिए मैच टर्निंग पॉइंट साबित हुई और इसके बाद वह लय वापस नहीं पकड़ पाईं। पहले सेट में भी तन्वी ने कई मौकों पर आक्रामक खेल दिखाया, लेकिन महत्वपूर्ण पलों पर उनकी नर्वसनेस और शॉट चयन कमजोर पड़ा।
तन्वी, जो जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप की रनर-अप रह चुकी हैं, में विपक्षी खिलाड़ियों को गलत कदम पर लाने, उन्हें असहज करने और रैली को नियंत्रित करने की क्षमता है। उनके स्ट्रोक्स में विविधता और खेल में स्वाभाविक प्रवाह देखा जाता है। लेकिन कभी-कभी वह सरल मौकों को गँवा देती हैं, जिससे प्रतिद्वंद्वी को मैच में बढ़त बनाने का अवसर मिलता है।
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उनके कोच पार्क ताए सांग इस प्रदर्शन से निराश होंगे, क्योंकि तन्वी ने कई मौकों पर मैच को पकड़ने का मौका गंवाया। खेल विशेषज्ञों का मानना है कि यदि वह अपनी सटीकता और मानसिक मजबूती पर काम करें, तो वह भविष्य में विश्व स्तर पर बड़ी सफलताएँ हासिल कर सकती हैं।
दूसरे सेमीफ़ाइनल में भारत की उभरती स्टार उन्नति हुड्डा भी तुर्की की नेस्लिहान अरिन से 21-15, 21-10 से हारकर बाहर हो गईं। दोनों भारतीय खिलाड़ीयों के बाहर होने से भारत की फाइनल में कोई भी प्रतिनिधि नहीं रहा।
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