व्हाट्सएप के एक पूर्व शीर्ष अधिकारी ने मेटा (Meta) के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए अमेरिका की संघीय अदालत में मुकदमा दायर किया है। यह मामला सैन फ्रांसिस्को की संघीय अदालत में दायर हुआ, जिसमें मेटा पर बुनियादी साइबर सुरक्षा उपाय लागू न करने का आरोप लगाया गया है।
पूर्व अधिकारी का कहना है कि मेटा डेटा प्रबंधन और साइबर हमलों की पहचान जैसे बुनियादी सुरक्षा प्रोटोकॉल को सही तरीके से लागू करने में विफल रहा। मुकदमे में दावा किया गया है कि कंपनी ने उपयोगकर्ताओं के निजी डेटा की सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लिया और कई बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद पर्याप्त कदम नहीं उठाए।
याचिका के अनुसार, मेटा ने डेटा उल्लंघन की पहचान और उससे बचाव के लिए आवश्यक तकनीकी ढांचा मजबूत करने में लापरवाही की। इससे न केवल उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता खतरे में पड़ी बल्कि कंपनी की विश्वसनीयता पर भी असर पड़ा। पूर्व अधिकारी ने अदालत से मांग की है कि इस मामले की गहन जांच की जाए और मेटा को जवाबदेह ठहराया जाए।
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साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह मामला सोशल मीडिया कंपनियों पर डेटा सुरक्षा को लेकर बढ़ते दबाव को दर्शाता है। मेटा जैसी कंपनियां, जिनके पास अरबों उपयोगकर्ताओं का डेटा है, अगर पर्याप्त सुरक्षा उपाय नहीं अपनातीं तो इसके दूरगामी परिणाम हो सकते हैं।
मेटा की ओर से इस मुकदमे पर अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, जानकारों का मानना है कि यह मामला टेक उद्योग में डेटा सुरक्षा और गोपनीयता मानकों पर नई बहस छेड़ सकता है।
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