त्योहारी सीजन में खरीदारी को आसान बनाने के लिए बड़ी खुदरा कंपनियां और टेक दिग्गज इस बार उन्नत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित टूल पेश कर रहे हैं। वॉलमार्ट, अमेज़न और गूगल जैसे ब्रांड नए AI असिस्टेंट्स लॉन्च कर रहे हैं, जो ग्राहकों को व्यक्तिगत सुझाव, कीमतों में उतार-चढ़ाव की जानकारी और चैट आधारित बातचीत के माध्यम से ऑर्डर करने की सुविधा प्रदान करेंगे।
इन टूल्स को पहले के साधारण चैटबॉट्स की तुलना में अधिक शक्तिशाली बनाया गया है। गूगल ने हाल ही में एक AI एजेंट लॉन्च किया है, जो स्थानीय दुकानों को कॉल करके उत्पाद की उपलब्धता की जानकारी ले सकता है।
सेल्सफोर्स के अनुसार, इस त्योहारी सप्ताह में AI लगभग 73 अरब डॉलर की वैश्विक बिक्री को प्रभावित करेगा, जो पिछले वर्ष 60 अरब डॉलर था। इसमें चैटजीपीटी से पूछे गए सवालों से लेकर ई-कॉमर्स साइटों पर AI आधारित गिफ्ट सुझाव तक शामिल हैं।
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हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि इस वर्ष AI का प्रभाव सीमित रहेगा, क्योंकि अभी सभी रिटेलर्स के पास उन्नत AI टूल नहीं हैं और सभी ग्राहक इनका उपयोग करने में सहज नहीं हैं। लेकिन आने वाले वर्षों में इसका उपयोग तेजी से बढ़ेगा।
अमेज़न का AI असिस्टेंट ‘Rufus’ अब ग्राहकों की पसंद याद रख सकता है, जबकि गूगल का AI Mode टूल न्यूयॉर्क की सर्दी या विशेष ड्रेसिंग स्टाइल जैसे संदर्भों में विस्तृत खोज परिणाम देता है। वॉलमार्ट का Sparky भी अवसर आधारित सुझाव देता है।
कीमत ट्रैकिंग के क्षेत्र में भी बड़ी कंपनियों ने नए टूल्स लॉन्च किए हैं। अमेज़न ने 90-दिवसीय प्राइस हिस्ट्री ट्रैकर शुरू किया है। गूगल और माइक्रोसॉफ्ट ने भी उन्नत प्राइस ट्रैकर्स पेश किए हैं।
इसके साथ ही AI-पावर्ड ऑटो-खरीद फीचर भी खूब चर्चा में है। अमेज़न और गूगल अब “Buy for me” जैसी सुविधाएं दे रहे हैं, जो सही कीमत आने पर अपने-आप लेकिन उपयोगकर्ता की अनुमति से उत्पाद खरीद सकते हैं।
त्योहारी खरीदारी के इस सीजन में AI न सिर्फ उपभोक्ताओं के लिए खरीदारी आसान बना रहा है, बल्कि कंपनियों के लिए ई-कॉमर्स बाजार में नई संभावनाएं खोल रहा है।
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