टेक दिग्गज एप्पल ने एलन मस्क के उस आरोप को खारिज कर दिया है जिसमें उन्होंने दावा किया था कि ऐप स्टोर पर चैटजीपीटी को अनुचित प्राथमिकता दी जा रही है। मस्क ने यहां तक कहा था कि यदि यह पक्षपात जारी रहा तो वह कानूनी कार्रवाई करने पर मजबूर हो जाएंगे।
मस्क ने आरोप लगाया कि ऐप स्टोर के एल्गोरिद्म और नीतियाँ अन्य डेवलपर्स के ऐप्स के साथ समान व्यवहार नहीं कर रही हैं और चैटजीपीटी को बढ़ावा दिया जा रहा है। उनके अनुसार, यह प्रतिस्पर्धा के नियमों के खिलाफ है और उपभोक्ताओं के विकल्पों को सीमित करता है।
एप्पल ने इस दावे को सिरे से नकारते हुए कहा कि उसके ऐप स्टोर पर सभी डेवलपर्स को समान अवसर दिए जाते हैं। कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, "हम ऐप्स की समीक्षा एक निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया के तहत करते हैं। किसी भी ऐप को अनुचित लाभ नहीं दिया जाता।"
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विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद दो बड़ी टेक कंपनियों के बीच बढ़ते तनाव को उजागर करता है। मस्क का यह बयान उस समय आया है जब वैश्विक नियामक संस्थाएँ पहले से ही ऐप स्टोर नीतियों की गहन जांच कर रही हैं।
एप्पल ने यह भी स्पष्ट किया कि वह डेवलपर्स की शिकायतों को गंभीरता से लेता है और किसी भी अनियमितता की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करता है। वहीं मस्क का कहना है कि यदि स्थिति नहीं बदली तो वह इसे अदालत तक ले जाएंगे।
यह मामला टेक उद्योग में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा और डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के नियंत्रण को लेकर चल रही व्यापक बहस को और तेज कर सकता है।
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