भारत के टैबलेट बाजार में वर्ष की पहली छमाही में 32% की भारी गिरावट दर्ज की गई है, जबकि सैमसंग, लेनोवो और एप्पल शीर्ष पर बने हुए हैं। मार्केट रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, इस गिरावट का मुख्य कारण वाणिज्यिक शिपमेंट में कमी है, जो मुख्यतः सरकारी वित्तपोषित घोषणापत्र कार्यक्रमों में कटौती से जुड़ी हुई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024 की पहली छमाही में उपभोक्ता मांग स्थिर रही, लेकिन सरकारी और संस्थागत ऑर्डरों में भारी गिरावट आई। इससे कुल बाजार आकार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
सैमसंग ने मजबूत उत्पाद पोर्टफोलियो और व्यापक वितरण नेटवर्क के चलते शीर्ष स्थान बनाए रखा, जबकि लेनोवो और एप्पल ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया। एप्पल ने प्रीमियम टैबलेट सेगमेंट में अपनी पकड़ मजबूत रखी, जबकि लेनोवो ने किफायती मॉडलों के जरिए उपभोक्ताओं को आकर्षित किया।
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विश्लेषकों के अनुसार, बाजार में आने वाले समय में सुधार की उम्मीद है, क्योंकि नए उत्पाद लॉन्च और उत्सव सीजन की मांग से बिक्री बढ़ सकती है। हालांकि, सरकारी खरीद के बिना वाणिज्यिक सेगमेंट की रिकवरी धीमी हो सकती है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि एंड्रॉइड टैबलेट का बाजार हिस्सा अभी भी सबसे ज्यादा है, जबकि iPad ने उच्च मूल्य वर्ग में अपना दबदबा कायम रखा है। आने वाले महीनों में बाजार में प्रतिस्पर्धा और तेज होने की संभावना है।
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