गंगईकोंडा चोलापुरम: वैभव से पतन तक, मूर्तियों से ज्यादा बुनियादी ढांचे की जरूरत देश गंगईकोंडा चोलापुरम, जो कभी चोल साम्राज्य की राजधानी था, आज बुनियादी ढांचे की कमी से जूझ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यहां मूर्तियों से ज्यादा सुविधाओं के विकास की जरूरत है।
कंबोडिया आधारित नौकरी धोखाधड़ी का शिकार होते रहे विशाखापट्टनम के युवा, 150 से अधिक विदेशों में फंसे जुर्म
बिहार सरकार का बड़ा फैसला: स्कूलों में रसोइयों, चौकीदारों और स्वास्थ्य प्रशिक्षकों का मानदेय दोगुना देश
सुप्रीम कोर्ट ने आईपीएस अधिकारी संजय की अग्रिम जमानत याचिका खारिज की, तीन हफ्तों में सरेंडर करने का निर्देश जुर्म