“मौत के मुहाने से लौट आई जीन: एक गिरावट जिसने उसकी ज़िंदगी बदल दी” जीन म्यूनक्राथ 800 फीट नीचे गिरकर भी ज़िंदा बचीं। दर्द, भय और आत्मसंघर्ष के बीच उन्होंने जीवन को नया अर्थ दिया—और अब वही अनुभव उनकी ताकत है।
संकोची स्वभाव में बीता बचपन, अंतरिक्ष यात्रा का सपना कभी नहीं देखा : अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला देश