कोलकाता के राष्ट्रीय पुस्तकालय के श्यामा प्रसाद मुखर्जी भाषा भवन ऑडिटोरियम में शनिवार को फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ की पहली स्क्रीनिंग आयोजित की गई। इस मौके पर पूरे परिसर को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की भारी सुरक्षा में रखा गया था। राष्ट्रीय पुस्तकालय के हर प्रवेश द्वार पर सैकड़ों सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान माहौल बेहद सख्त सुरक्षा घेरे में रहा। अधिकारियों के अनुसार, यह व्यवस्था इसलिए की गई क्योंकि फिल्म के विषय को लेकर संभावित विवाद और राजनीतिक संवेदनशीलता को ध्यान में रखा गया था। ऑडिटोरियम के अंदर दर्शकों ने फिल्म को शांति और गंभीरता के साथ देखा।
‘द बंगाल फाइल्स’ एक ऐसी फिल्म है जो बंगाल के राजनीतिक और सामाजिक हालातों से जुड़े ज्वलंत मुद्दों को उठाती है। इसे लेकर लंबे समय से चर्चाएं हो रही थीं और यही कारण था कि पहली स्क्रीनिंग के समय प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरती।
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सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय बलों की तैनाती केवल राष्ट्रीय पुस्तकालय तक सीमित नहीं थी, बल्कि आसपास के इलाकों में भी सुरक्षा घेरा बनाया गया था। किसी भी प्रदर्शन, विरोध या अवांछित गतिविधि को रोकने के लिए पुलिस और सुरक्षा बल चौकस रहे।
फिल्म की पहली स्क्रीनिंग के सफल आयोजन को आयोजकों ने बड़ी उपलब्धि बताया। उनका कहना है कि फिल्म जनता के बीच संवाद और बहस की शुरुआत करेगी। आने वाले दिनों में इसे देशभर के अन्य शहरों में भी रिलीज करने की योजना है।
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