भारतीय शेयर बाजार ने चार दिन की लगातार तेजी के बाद आज रुख बदल लिया और मामूली गिरावट दर्ज की। यह गिरावट मुख्य रूप से रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और HDFC बैंक में बिकवाली के कारण हुई। बाजार विश्लेषकों के अनुसार, निवेशकों ने लाभ सुरक्षित करने के उद्देश्य से बड़ी कंपनियों के शेयर बेचे, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी की गति धीमी पड़ गई।
सेंसेक्स में शामिल बड़ी कंपनियों में टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, ट्रेंट, सन फार्मा, पावर ग्रिड और रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे अधिक कमजोर प्रदर्शन करने वाली कंपनियों में शामिल रहीं। इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट ने पूरे बाजार के रुझान को प्रभावित किया।
विशेषज्ञों ने कहा कि बाजार में यह थोड़ी-बहुत गिरावट सामान्य है और यह निवेशकों के लिए अवसर भी प्रदान कर सकती है। बड़ी कंपनियों में बिकवाली का मुख्य कारण कुछ निवेशकों द्वारा पिछले कुछ दिनों में तेजी से हुए लाभ को सुरक्षित करना और पोर्टफोलियो संतुलित करना बताया जा रहा है।
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हालांकि, छोटी और मझोली कंपनियों में निवेशक रुचि बनाए रख रहे हैं, जिससे बाजार का समग्र माहौल नकारात्मक नहीं हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में यह हल्की मंदी अस्थायी है और लंबी अवधि में शेयर बाजार सकारात्मक रुझान में बना रहेगा।
वित्तीय सलाहकारों ने निवेशकों को भावनाओं के आधार पर जल्दबाजी में निर्णय लेने से बचने और लंबी अवधि की रणनीति अपनाने की सलाह दी है।
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