बिहार विधानसभा चुनावों की तैयारियों के तहत राज्य की मतदाता सूची (Electoral Roll) आज प्रकाशित की जा रही है। यह सूची 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के आगामी चुनाव के लिए आधार तैयार करेगी। बिहार विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है।
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि मतदाता सूची में सभी पात्र नागरिकों को शामिल किया जाएगा और जिनका नाम नहीं है या जिनमें त्रुटियां हैं, उन्हें आगामी समय में संशोधन का अवसर मिलेगा। मतदाता सूची का प्रकाशन प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित करने और सभी नागरिकों को मतदान का अधिकार देने के उद्देश्य से किया जाता है।
इस बार की सूची में पहले की तुलना में कई नए नाम शामिल हैं, जिनमें युवा मतदाता और पहली बार मतदान करने वाले शामिल हैं। साथ ही, मतदाता सूची में किसी भी प्रकार की त्रुटि या नाम की गलती को दूर करने के लिए राज्य में विशेष अभियान चलाए गए हैं।
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चुनाव आयोग ने राज्य के सभी जिलों और ब्लॉकों में मतदाता सेवा केंद्र स्थापित किए हैं, जहां नागरिक सूची की जांच कर सकते हैं और आवश्यक सुधार के लिए आवेदन कर सकते हैं। अधिकारियों ने यह भी कहा कि अंतिम सूची के आधार पर ही मतदान प्रक्रिया संचालित की जाएगी, इसलिए सभी नागरिकों से अपील की गई है कि वे अपनी जानकारी की पुष्टि अवश्य करें।
विशेषज्ञों का कहना है कि समय पर मतदाता सूची का प्रकाशन चुनाव की निष्पक्षता और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत करता है। यह कदम राज्य में सभी पात्र मतदाताओं को मतदान के अवसर सुनिश्चित करने के लिए अहम है।
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