भारत में ड्रग तस्करी के मामलों में विदेशी नागरिकों की सक्रियता बढ़ती जा रही है। हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि देश में 660 विदेशी नागरिकों को ड्रग तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इन विदेशी नागरिकों में नेपाल, नाइजीरिया और म्यांमार के नागरिक सबसे ऊपर हैं।
अमित शाह ने कहा कि अब समय आ गया है कि उन लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, जो विदेशों से भारत में ड्रग कारोबार चला रहे हैं। उनका कहना था कि यह न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है बल्कि युवाओं के स्वास्थ्य और समाज के लिए भी गंभीर खतरा है।
पुलिस और एनसीबी (नेशनल कंट्रोल ब्यूरो) की जांच में पता चला है कि कई विदेशी तस्कर अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के माध्यम से भारत में ड्रग्स की सप्लाई कर रहे हैं। इन नेटवर्क का संचालन अक्सर पड़ोसी देशों और अफ्रीकी देशों से किया जाता है।
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गिरफ्तार किए गए लोगों के खिलाफ अब कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि जांच के दौरान उनके देश में बैठे सहयोगियों और नेटवर्क का भी पता लगाया जा रहा है। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ड्रग तस्करी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई संभव होगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि विदेशी नागरिकों के सक्रिय होने के कारण भारत में ड्रग तस्करी तेजी से बढ़ रही है। गृह मंत्री की चेतावनी और एनसीबी की सक्रियता से यह संदेश दिया गया है कि ड्रग तस्करी करने वाले किसी भी स्तर पर बच नहीं पाएंगे।
इस अभियान का उद्देश्य केवल अपराधियों को गिरफ्तार करना ही नहीं बल्कि ड्रग तस्करी के जाल को पूरी तरह से तोड़ना और युवाओं को नशे से बचाना भी है।
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