दीपावली के त्योहार के बाद हरियाणा में वायु प्रदूषण ने भयंकर रूप धारण कर लिया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, 21 अक्टूबर 2025 के दिन 16 शहरों की वायु गुणवत्ता “सख़्त” और “बहुत खराब” श्रेणी में दर्ज की गई, जिनमें से दस शहर हरियाणा के हैं। इस सूची में जिंद सबसे प्रभावित शहर रहा।
दिल्ली से लगभग 130 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित जिंद का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 21 अक्टूबर को 421 दर्ज किया गया, जिसे “सख्त” श्रेणी में रखा गया है। यह आंकड़ा उन 271 शहरों में सबसे अधिक है, जिनकी दैनिक वायु गुणवत्ता CPCB के आंकड़ों में शामिल है। शहर की वायु गुणवत्ता दीपावली से पहले, 20 अक्टूबर की दोपहर में 248 थी, जो रात के दौरान काफी गिर गई।
विशेषज्ञों का कहना है कि दीपावली पर पटाखों और आतिशबाजी के कारण हवा में पीएम2.5 और पीएम10 कणों की मात्रा में अत्यधिक वृद्धि हुई है। इसके चलते नागरिकों को सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और एलर्जी जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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हरियाणा के दस सबसे प्रदूषित शहरों में जिंद के साथ-साथ रोहतक, करनाल, हिसार, फरीदाबाद और अन्य शामिल हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सलाह दी है कि वे बाहर निकलते समय मास्क पहनें और बच्चों, बुजुर्गों तथा बीमार व्यक्तियों को प्रदूषित क्षेत्रों से दूर रखें।
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