भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता में सकारात्मक प्रगति देखी जा रही है। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने 18 सितंबर को बताया कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक चर्चा सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं और जल्द ही महत्वपूर्ण फैसले सामने आ सकते हैं।
गोयल ने संकेत दिया कि वे वाशिंगटन की संभावित यात्रा पर जा सकते हैं, ताकि उच्च स्तरीय वार्ता और समझौतों पर चर्चा की जा सके। इस यात्रा का उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक सहयोग को और मजबूत करना और दोनों देशों के हितों के अनुरूप व्यावसायिक नीतियों को समन्वित करना है।
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक वार्ता में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जा रही है, जिनमें टैरिफ नीतियाँ, निर्यात-आयात नियम, कृषि और तकनीकी क्षेत्र में सहयोग, और निवेश की संभावनाएं शामिल हैं। गोयल ने कहा कि वार्ता के दौरान दोनों पक्ष यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि साझेदारी का लाभ दोनों देशों के उद्योगों और उपभोक्ताओं को मिले।
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विशेषज्ञों का कहना है कि भारत-यूएस व्यापारिक संबंधों में वृद्धि न केवल आर्थिक लाभ देगी, बल्कि वैश्विक व्यापार परिदृश्य में दोनों देशों की स्थिति को भी मजबूत करेगी। इसके अलावा, अमेरिकी निवेश और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण से भारत के उद्योगों में प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता बढ़ सकती है।
गोयल ने यह भी कहा कि भारत व्यापार वार्ता में पारदर्शिता और सहयोग के दृष्टिकोण को बनाए रखते हुए सभी मुद्दों पर विचार कर रहा है। इससे दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक और स्थिर व्यापारिक संबंधों की नींव मजबूत होगी।
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