लियोनेल मेसी के ‘GOAT टूर ऑफ इंडिया’ का कोलकाता चरण शनिवार को पूरी तरह अव्यवस्था और अफरा-तफरी में बदल गया। सॉल्ट लेक स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में उस समय हालात बिगड़ गए, जब अर्जेंटीना के दिग्गज फुटबॉलर लियोनेल मेसी तय समय से पहले ही कार्यक्रम स्थल से निकल गए। महंगे टिकट खरीदकर आए प्रशंसक इस बात से नाराज़ हो गए कि उन्हें अपने पसंदीदा खिलाड़ी को ठीक से देखने का मौका तक नहीं मिला।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मेसी सुबह करीब 11:15 बजे स्टेडियम पहुंचे और लगभग 30 मिनट तक ही वहां रुके। कार्यक्रम के अनुसार, उन्हें पूरे स्टेडियम का चक्कर लगाना था, लेकिन बिगड़ती स्थिति और सुरक्षा कारणों से ऐसा नहीं हो सका। जैसे ही मेसी टनल से बाहर आए, भीड़ बेकाबू हो गई। नाराज़ प्रशंसकों ने बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं और स्टैंड्स के बीच लगे गेट तोड़ने की कोशिश की। इसके बाद स्टेडियम में तोड़फोड़ की घटनाएं भी सामने आईं।
एक प्रशंसक ने गुस्से में कहा, “यह कोलकाता के लिए काला दिन है। हम सभी फुटबॉल से प्यार करते हैं और मेसी को देखने आए थे, लेकिन यह पूरा आयोजन एक धोखा निकला। प्रबंधन बेहद खराब था और हमें कुछ भी देखने नहीं दिया गया।” फैंस का आरोप था कि मंत्री और वीआईपी लोग अपने बच्चों के साथ आगे बैठे थे, जबकि आम दर्शकों को पीछे धकेल दिया गया।
और पढ़ें: पंकज चौधरी बन सकते हैं यूपी बीजेपी के नए अध्यक्ष, 7 बार के सांसद और ओबीसी नेता पर पार्टी का दांव
एक अन्य नाराज़ प्रशंसक अजय शाह ने कहा, “यहां एक ठंडे पेय की कीमत 150–200 रुपये है, लेकिन हमें मेसी की एक झलक तक नहीं मिली। मैंने 5,000 रुपये का टिकट खरीदा और अपने बेटे के साथ आया था। हम मेसी को देखने आए थे, न कि नेताओं को। न पानी की व्यवस्था थी और न ही सही प्रबंधन।”
स्थिति इतनी खराब हो गई कि बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान, पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। आखिरकार आयोजकों और सुरक्षा कर्मियों को मेसी को जल्दबाजी में स्टेडियम से बाहर ले जाना पड़ा। ‘GOAT टूर’ के आयोजक सतद्रु दत्ता को भी भारी आलोचना का सामना करना पड़ा, क्योंकि यह आयोजन फुटबॉल उत्सव की बजाय अव्यवस्था और राजनीति का मंच बन गया।
और पढ़ें: ट्रंप की 1 लाख डॉलर H-1B वीज़ा फीस पर कानूनी लड़ाई तेज, अमेरिकी राज्यों ने दी चुनौती