प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना, केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी और समग्र योजना है, जिसका उद्देश्य देश के किसानों को खेती से संबंधित सभी प्रमुख सेवाएं एक ही मंच पर उपलब्ध कराना है। इस योजना को "ऑल इन वन" कृषि समाधान के रूप में देखा जा रहा है, जो किसानों के जीवन और कृषि प्रणाली दोनों को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इस योजना के तहत किसानों को बीज, उर्वरक, सिंचाई, मृदा परीक्षण, मौसम पूर्वानुमान, फसल बीमा, डिजिटल कृषि परामर्श, और बाजार तक पहुंच जैसी सभी सेवाएं एकीकृत रूप में मिलेंगी। इससे किसानों को अलग-अलग विभागों और योजनाओं के चक्कर में नहीं पड़ना पड़ेगा, और कृषि उत्पादन तथा आय में सुधार की संभावना बढ़ेगी।
सरकार का कहना है कि योजना का उद्देश्य केवल उत्पादन बढ़ाना ही नहीं, बल्कि किसानों की आय दोगुनी करने, खेती को टिकाऊ बनाने और कृषि क्षेत्र को तकनीकी रूप से उन्नत बनाने का भी है। इस योजना में डिजिटल पोर्टल और मोबाइल ऐप के माध्यम से किसानों को सीधे सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
विशेषज्ञों के अनुसार, यदि इस योजना को प्रभावी रूप से लागू किया गया, तो यह भारतीय कृषि क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है। हालांकि, इसकी सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि इसे जमीनी स्तर पर कितनी पारदर्शिता और कुशलता से लागू किया जाता है।
कुल मिलाकर, प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना किसानों के लिए एक नई उम्मीद बनकर उभरी है।