अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यूके यात्रा से पहले देशभर में विरोध की लहर फैल रही है। प्रधानमंत्री सर कीर स्टारमर द्वारा घोषित किए गए “अभूतपूर्व सम्मान” के तहत ट्रंप सितंबर में दूसरी बार राज्य अतिथि के तौर पर ब्रिटेन आएंगे। इस दौरान उन्हें किंग चार्ल्स III और क्वीन कैमिला विंडसर कैसल में मेज़बानी करेंगी।
हालांकि ट्रंप इससे पहले 25 से 29 जुलाई के बीच स्कॉटलैंड का दौरा करेंगे, जहां उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री स्टारमर और स्कॉटलैंड के पहले मंत्री जॉन स्विनी से होने की उम्मीद है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने पुष्टि की है कि ट्रंप अपने स्वामित्व वाले टर्नबेरी होटल और गोल्फ कोर्स का भी दौरा करेंगे, साथ ही एबरडीन में उनके दूसरे गोल्फ कोर्स पर भी जाने का कार्यक्रम है।
ट्रंप की मां मैरी ऐन मैक्लॉड स्कॉटलैंड के लेविस द्वीप की रहने वाली थीं, और ट्रंप ने हाल ही में घोषणा की है कि वे वहां उनकी याद में एक स्मारक उद्यान खोलेंगे, जिसमें लेविस से लाए गए पत्थरों का एक विशेष स्मृति-चिन्ह भी शामिल होगा।
पिछली बार की तरह इस बार भी ट्रंप के दौरे से पहले ही विरोध की लहर तेज़ हो चुकी है। साल 2018 में जब वे क्वीन एलिज़ाबेथ द्वितीय से मिलने विंडसर कैसल आए थे, तब भी भारी विरोध हुआ था। 2019 में बकिंघम पैलेस में उनकी पहली राज्य यात्रा के दौरान हजारों प्रदर्शनकारी "बेबी ट्रंप" गुब्बारा लेकर सड़कों पर उतरे थे।
इस बार भी प्रदर्शनकारी कोई कसर नहीं छोड़ रहे। “एवरीवन हेट्स एलन” नामक एक राजनीतिक समूह ने लंदन के नाइन एल्म्स क्षेत्र में अमेरिकी दूतावास के पास एक बस स्टॉप पर ट्रंप की विवादास्पद छवि लगाई है, जिसमें वे यौन अपराधी जेफ्री एप्स्टीन के साथ खड़े नजर आ रहे हैं। इस पोस्टर के साथ एक वीडियो जारी कर कहा गया, “अगर ट्रंप की यह तस्वीर पूरे ब्रिटेन दौरे में हर जगह दिखे, तो यह उनके लिए कितना दुर्भाग्यपूर्ण होगा।”
एप्स्टीन के साथ ट्रंप के पुराने रिश्तों पर फिर से सवाल उठने लगे हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल की 17 जुलाई की रिपोर्ट में दावा किया गया कि ट्रंप ने 2003 में एप्स्टीन को एक "अश्लील" जन्मदिन संदेश भेजा था, जिसमें एक नग्न महिला की चित्र और एक रहस्यमयी संदेश था: “हैप्पी बर्थडे — और हर दिन एक और अद्भुत रहस्य हो।”
ट्रंप ने इस पत्र को लिखने से इनकार किया है और वॉल स्ट्रीट जर्नल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं ट्रंप प्रशासन ने 2019 में एप्स्टीन के खिलाफ दायर आरोपों से संबंधित ग्रैंड जूरी रिकॉर्ड सार्वजनिक करने की मांग की है। लेकिन यह प्रक्रिया लंबी चल सकती है और इससे पारदर्शिता की मांगों पर विराम नहीं लगा है।
विरोध पहले से ही शुरू हो चुका है, और ट्रंप की यूके यात्रा जैसे-जैसे करीब आ रही है, यह और तेज़ होने की आशंका है।