एशिया जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप 2025 में भारत की तान्वी शर्मा और वेण्णला किदांबी ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए देश को महिला एकल वर्ग में पहली बार दो पदक सुनिश्चित करा दिए हैं। दोनों ही खिलाड़ी सेमीफाइनल में पहुंच चुकी हैं, जिससे उन्हें कम-से-कम कांस्य पदक मिलना तय हो गया है।
यह उपलब्धि भारत के लिए अभूतपूर्व है, क्योंकि इस टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार महिला एकल वर्ग में भारत की दो शटलरों ने एक ही संस्करण में पदक पक्के किए हैं।
तान्वी और वेण्णला दोनों ने क्वार्टरफाइनल मुकाबलों में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अपने-अपने प्रतिद्वंद्वियों को हराया और सेमीफाइनल में प्रवेश किया। तान्वी ने चीन की खिलाड़ी को हराकर जीत दर्ज की, जबकि वेण्णला ने जापान की दावेदार को मात दी।
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सेमीफाइनल में पहुंचने के साथ ही दोनों खिलाड़ी इतिहास का हिस्सा बन गई हैं। अब नजरें इस पर टिकी हैं कि क्या वे फाइनल तक पहुंचकर भारत को स्वर्ण या रजत पदक भी दिला सकती हैं।
भारतीय बैडमिंटन संघ और कोचिंग स्टाफ ने इन युवा खिलाड़ियों की इस उपलब्धि की सराहना की है और इसे भारत में महिला बैडमिंटन के लिए मील का पत्थर बताया है।
यह प्रदर्शन आने वाले वर्षों में भारत की बैडमिंटन प्रतिभा को वैश्विक मंच पर नई पहचान देने का संकेत है।
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