दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (DDLJ) के प्रशंसकों के लिए फिल्म का वह दृश्य जब सिमरन (काजोल) सरसों के खेतों में दौड़ती हुई राज (शाहरुख खान) के गले लगती है, एक आइकॉनिक पल बन गया। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इस मशहूर सीन की शूटिंग के दौरान शाहरुख खान को असली जीवन में एक और “हीरोइक” काम करना पड़ा था — हरियाणा के किसानों को मनाना कि वे टीम को अपने खेतों में शूटिंग करने दें।
1990 के दशक की शुरुआत में जब फिल्म की टीम गुरुग्राम के पास सरसों के खेतों में शूटिंग कर रही थी, तो कुछ स्थानीय किसान नाराज़ हो गए क्योंकि उन्हें लगा कि फिल्म क्रू उनकी फसल रौंद रही है। निर्देशक आदित्य चोपड़ा ने बताया कि उन्होंने पंचायत से अनुमति ली थी, लेकिन खेत के मालिक ने इसकी परवाह नहीं की।
शाहरुख खान, जो दिल्ली से ताल्लुक रखते हैं और हरियाणवी भाषा में माहिर हैं, तुरंत आगे आए। उन्होंने किसानों से स्थानीय अंदाज़ में कहा, “थोड़ा ने करने दो भाई, कर के निकल लेंगे।” जब माहौल थोड़ा हल्का हुआ, तो शाहरुख ने हंसी-मजाक करते हुए कहा, “मैं भी किसान हूं, मैं क्या हीरो लग रहा हूं तुझे?” यह सुनकर किसान मुस्कुरा दिए और टीम को शूटिंग की इजाजत मिल गई।
और पढ़ें: 30 साल पूरे ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे’: ललित पंडित ने लता मंगेशकर के साथ काम को किया याद
इसके बाद प्रसिद्ध गीत “तुझे देखा तो ये जाना सनम” की शूटिंग पूरी हुई, जो अब भारतीय सिनेमा के सबसे यादगार दृश्यों में गिना जाता है। आज जब शाहरुख खान अपना 60वां जन्मदिन मना रहे हैं, यह किस्सा याद दिलाता है कि वे सिर्फ परदे के हीरो नहीं, बल्कि असली जिंदगी में भी अपने काम के प्रति समर्पित और जमीन से जुड़े इंसान हैं।
और पढ़ें: राम गोपाल वर्मा ने बताया, क्यों शाहरुख की जगह कंपनी में चुना अजय देवगन को