चुनाव आयोग (EC) के अधिकारियों ने बुधवार (5 नवम्बर 2025) को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हरियाणा विधानसभा चुनावों में “वोट हेराफेरी” के दावों को पूरी तरह निराधार बताया। अधिकारियों ने कहा कि राज्य में मतदाता सूची को लेकर किसी भी प्रकार की अपील या आपत्ति दर्ज नहीं की गई थी, जिससे उनके आरोपों की वैधता पर सवाल खड़े होते हैं।
राहुल गांधी ने दावा किया था कि हरियाणा में 25 लाख “फर्जी प्रविष्टियाँ” जोड़ी गईं और 2024 के विधानसभा चुनाव “चोरी” किए गए। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा, “यदि यह आरोप सही थे, तो कांग्रेस के बूथ लेवल एजेंट्स (BLA) ने पुनरीक्षण प्रक्रिया के दौरान आपत्तियाँ क्यों नहीं दर्ज कराईं?”
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया कि “शून्य अपील” दर्ज हुईं और केवल 22 चुनाव याचिकाएँ पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में लंबित हैं। अधिकारियों ने यह भी सवाल उठाया कि कांग्रेस के मतदान एजेंट मतदान केंद्रों पर क्या कर रहे थे, क्योंकि उनका कर्तव्य होता है यह सुनिश्चित करना कि कोई मतदाता दोबारा मतदान न करे या पहचान संदिग्ध न हो।
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अधिकारियों ने आगे कहा कि चुनाव आयोग सभी राज्यों में मतदाता सूची को शुद्ध करने के लिए “स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन” (SIR) कर रहा है, जिसमें मृत, स्थानांतरित या डुप्लीकेट मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं। उन्होंने व्यंग्यात्मक रूप से पूछा, “क्या राहुल गांधी इस प्रक्रिया का समर्थन करते हैं या इसका विरोध?”
2024 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 48 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस को 37 सीटें मिलीं। INLD को 2 और निर्दलीय उम्मीदवारों को 3 सीटें मिलीं।
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