केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार (25 अक्टूबर, 2025) को कहा कि सरकार डिजिटल मीडिया के तेजी से बढ़ते प्रभाव के बीच पारंपरिक मीडिया की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएगी। उन्होंने बताया कि इस दिशा में सरकार कई सुधारों और पहलों पर काम कर रही है।
मंत्री ने कहा कि भारत के समाचार पत्रों के रजिस्ट्रार, प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) और सेंट्रल ब्यूरो ऑफ कम्युनिकेशन को जल्द ही एकीकृत किया जाएगा। इसका उद्देश्य मीडिया आउटरीच और नियामक कार्यों में बेहतर समन्वय और समेकन स्थापित करना है, जिससे पारंपरिक मीडिया संस्थानों की कार्यक्षमता बढ़े और नीति निर्माण में दक्षता सुनिश्चित हो।
अश्विनी वैष्णव ने आगे कहा कि सरकार रेडियो, टेलीविजन और डायरेक्ट-टू-होम (DTH) क्षेत्रों में सुधार करने पर विचार कर रही है। इन सुधारों का उद्देश्य इन माध्यमों के विकास के लिए अधिक अनुकूल और सशक्त वातावरण तैयार करना है।
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इसके अलावा, टेलीविजन रेटिंग पॉइंट्स (TRP) एजेंसियों के लिए नए दिशा-निर्देश तैयार किए जा रहे हैं, ताकि मौजूदा विकृतियों और समस्याओं को दूर किया जा सके। इस संबंध में पहले चरण की सार्वजनिक परामर्श प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और आगे और दौरों में हितधारकों तथा जनता से विचार-विमर्श किया जाएगा।
मंत्री ने कहा कि डिजिटल मीडिया के तेजी से बढ़ते प्रभाव के बावजूद, अखबार, रेडियो और टीवी जैसे पारंपरिक माध्यम लोकतंत्र और सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि डिजिटल बदलाव इन माध्यमों की प्रासंगिकता और कार्यक्षमता को प्रभावित न करें।
सरकार की ये पहल पारंपरिक मीडिया की सुरक्षा, गुणवत्ता सुधार और मीडिया प्लेटफॉर्म के बीच संतुलित प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने में सहायक होगी।
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