अमेरिका ने चीन के साथ जारी व्यापारिक तनाव के बीच भारत और अन्य सहयोगी देशों से समर्थन की अपेक्षा जताई है। अमेरिकी अधिकारी बेसेंट ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि इन तनावपूर्ण परिस्थितियों में मित्र राष्ट्र सहयोग करें और वैश्विक आर्थिक स्थिरता बनाए रखने में मदद करें।
इस संबंध में, बेसेंट ने स्पष्ट किया कि अमेरिका की रणनीति केवल चीन को नुकसान पहुँचाने की नहीं है, बल्कि व्यापारिक विवाद को संतुलित तरीके से हल करने और सभी पक्षों के हित को सुरक्षित रखने पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि भारत सहित अन्य मित्र राष्ट्र अमेरिका की इस नीति में सहयोग कर सकते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी चीन की आर्थिक चुनौतियों को लेकर अपनी दृष्टि व्यक्त की। उन्होंने कहा कि चीन की आर्थिक परेशानियाँ “सभी के लिए ठीक हो जाएंगी” और जोर देकर कहा कि अमेरिका चीन को नुकसान पहुँचाना नहीं चाहता, बल्कि उसकी मदद करना चाहता है। ट्रंप का यह बयान वैश्विक व्यापार और निवेश के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
और पढ़ें: इस वर्ष 6% की दर से बढ़ सकता है भारत का निर्यात: पीयूष गोयल
विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका की यह नीति चीन के साथ व्यापारिक तनाव को कम करने और वैश्विक आर्थिक स्थिरता बनाए रखने की दिशा में एक संकेत है। इसके अलावा, भारत और अन्य सहयोगी देशों का समर्थन अमेरिका को व्यापारिक वार्ता में अधिक मजबूती प्रदान कर सकता है।
इस समय वैश्विक बाजारों में व्यापारिक अस्थिरता और आर्थिक चुनौतियाँ बनी हुई हैं। ऐसे में अमेरिका की रणनीति यह सुनिश्चित करने की कोशिश है कि व्यापारिक तनाव से सभी देशों की आर्थिक वृद्धि और वैश्विक बाजार प्रभावित न हों।
और पढ़ें: अमेरिका ने कहा वह चीन पर रूस के तेल को लेकर टैरिफ तभी लगाएगा जब यूरोप पहल करेगा।