कंबोडिया और थाईलैंड के बीच सीमा पर जारी हिंसा को समाप्त करने के लिए दोनों देशों के नेता मलेशिया में संघर्षविराम वार्ता करने जा रहे हैं। यह वार्ता उस समय हो रही है जब सीमा पर झड़पें पांचवें दिन में प्रवेश कर गई हैं, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है।
कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन मानेट और थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथाम वेचयाचाई मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम के आधिकारिक आवास पर मुलाकात करेंगे। इस बैठक का उद्देश्य सीमा पर जारी हिंसा को रोकने और शांति बहाल करने के लिए एक स्थायी समाधान खोजना है।
सीमा पर हालिया संघर्ष में कई लोगों के घायल होने और बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचने की खबरें आई हैं। स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों से सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया है।
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मलेशिया इस वार्ता में मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा है। प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने कहा कि दोनों देशों को संवाद और आपसी सहयोग से इस संघर्ष का समाधान निकालना चाहिए। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि मलेशिया शांति प्रक्रिया का समर्थन करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।
कूटनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह वार्ता क्षेत्र में स्थिरता लाने के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि अगर हिंसा जारी रही तो इससे न केवल कंबोडिया और थाईलैंड बल्कि दक्षिण-पूर्व एशिया के अन्य देशों पर भी असर पड़ सकता है।
वार्ता के बाद दोनों देशों की सरकारें संयुक्त बयान जारी कर सकती हैं जिसमें संघर्षविराम और आगे की शांति वार्ताओं के रोडमैप का उल्लेख होगा। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस बैठक पर करीबी नजर बनाए हुए है, क्योंकि यह क्षेत्रीय शांति बहाली की दिशा में अहम कदम साबित हो सकता है।
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