कनाडा और फिलीपींस, जो दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती आक्रामक गतिविधियों के प्रखर आलोचक रहे हैं, रविवार (2 नवंबर 2025) को एक महत्वपूर्ण रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। इस समझौते के तहत दोनों देशों की सेनाएं संयुक्त युद्ध अभ्यास कर सकेंगी और क्षेत्र में सुरक्षा गठबंधन को मजबूत किया जाएगा।
फिलीपींस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि रक्षा मंत्री गिल्बर्टो टियोडोरो जूनियर और उनके कनाडाई समकक्ष डेविड मैकगिंटी मनीला में “स्टेटस ऑफ विजिटिंग फोर्सेज एग्रीमेंट” पर हस्ताक्षर करेंगे। यह समझौता दोनों देशों में एक-दूसरे की सेनाओं के अस्थायी प्रवास और संयुक्त सैन्य अभ्यास के लिए कानूनी ढांचा प्रदान करेगा।
कनाडा और अन्य पश्चिमी राष्ट्र इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ा रहे हैं ताकि क्षेत्र में कानून का शासन कायम रहे और व्यापार व निवेश को प्रोत्साहन मिल सके। यह कदम फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर की उस नीति के अनुरूप है जिसके तहत वे चीन के खिलाफ रक्षा साझेदारी को मजबूत कर रहे हैं।
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चीन ने फिलीपींस पर “क्षेत्रीय स्थिरता बिगाड़ने” का आरोप लगाया है, जबकि वह खुद दक्षिण चीन सागर पर लगभग पूर्ण अधिकार का दावा करता है। हालांकि, 2016 में अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण ने चीन के दावे को खारिज कर दिया था।
कनाडा ने पहले भी चीन के आक्रामक रवैये और स्कारबोरो शोल में “प्रकृति आरक्षित क्षेत्र” घोषित करने की योजना की आलोचना की थी। कनाडा ने कहा कि वह चीन की उकसाने वाली कार्रवाइयों और पर्यावरण संरक्षण के नाम पर कब्जे की कोशिशों का विरोध जारी रखेगा।
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