फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गुरुवार को घोषणा की कि 18 और 19 वर्ष आयु के युवा अगले वर्ष से एक नए स्वैच्छिक सैन्य सेवा कार्यक्रम के तहत 10 महीने की सेवा करेंगे। यह कदम फ्रांस की रक्षा क्षमता को मजबूत करने और बढ़ते वैश्विक खतरों का सामना करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
मैक्रों ने फ्रेंच आल्प्स स्थित वर्सेस सैन्य अड्डे पर अपने संबोधन में कहा, “अगले वर्ष की गर्मियों से एक नई राष्ट्रीय सेवा को धीरे-धीरे लागू किया जाएगा।” यह नया कार्यक्रम युवाओं को सैन्य प्रशिक्षण और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े कार्यों में शामिल करने का अवसर देगा, जिससे देश की सुरक्षा संरचना और मजबूत हो सके।
राष्ट्रपति मैक्रों के अनुसार, इन स्वयंसेवी युवाओं को केवल फ्रांस के मुख्य भूभाग और इसके विदेशी क्षेत्रों (ओवरसी टेरिटरी) में ही सेवा करनी होगी। उन्हें विदेशों में चल रही फ्रांस की सैन्य कार्रवाइयों में भाग नहीं लेना होगा। यह व्यवस्था युवा नागरिकों को जोखिमपूर्ण युद्ध अभियानों में शामिल किए बिना उन्हें राष्ट्रीय रक्षा तंत्र का हिस्सा बनाने की दिशा में एक संतुलित कदम माना जा रहा है।
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मैक्रों ने यह भी स्पष्ट किया कि फ्रांस अनिवार्य सैन्य सेवा (कंसक्रिप्शन) को फिर से लागू करने पर विचार नहीं कर रहा। फ्रांस में अनिवार्य सैन्य सेवा वर्ष 1996 में समाप्त कर दी गई थी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्वैच्छिक सेवा देश के युवाओं में राष्ट्रीय जिम्मेदारी की भावना को मजबूत करेगी और भविष्य में देश की रक्षा तैयारी को सुदृढ़ बनाएगी।
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