जर्मनी, जॉर्डन और ब्रिटेन के विदेश मंत्रियों ने शनिवार (1 नवंबर 2025) को सूडान में चल रहे युद्ध को लेकर संयुक्त रूप से तत्काल युद्धविराम की अपील की है। यह अपील ऐसे समय आई है जब संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेस (RSF) ने दारफुर क्षेत्र के अल-फाशेर शहर में भीषण अत्याचार किए हैं, जहां कथित तौर पर एक अस्पताल में 450 से अधिक लोगों की हत्या कर दी गई।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, RSF ने नागरिकों पर जातीय आधार पर हमले किए हैं, महिलाओं के साथ यौन हिंसा की है और बड़े पैमाने पर हत्याएं की हैं। हालांकि, RSF ने अस्पताल में हत्याओं से इनकार किया है, लेकिन सैटेलाइट तस्वीरें और सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो शहर में हो रही नरसंहार जैसी स्थिति को दर्शाते हैं।
बहरीन में आयोजित मनामा डायलॉग सुरक्षा सम्मेलन में ब्रिटेन की विदेश मंत्री यवेट कूपर ने कहा कि “दारफुर में जो हो रहा है, वह अत्यंत भयावह है। सामूहिक हत्याएं, भूख से मौतें और महिलाओं पर बलात्कार को युद्ध के हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। यह 21वीं सदी का सबसे बड़ा मानवीय संकट बन गया है।” उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय पर सूडान की उपेक्षा करने का आरोप लगाया।
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जर्मनी के विदेश मंत्री योहान वाडेफुल ने कहा कि “सूडान की स्थिति एक प्रलय जैसी है।” वहीं, जॉर्डन के विदेश मंत्री अयमान सफादी ने कहा कि “सूडान को वह ध्यान नहीं मिला जो मिलना चाहिए था। यह अमानवीय स्तर का मानवीय संकट है और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए।”
उधर, बहरीन सरकार ने बुधवार (29 अक्टूबर) को एसोसिएटेड प्रेस (AP) की सम्मेलन कवरेज की मान्यता रद्द कर दी, जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस कदम की आलोचना हुई।
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