सूडान के शहर अल-फाशिर पर अर्धसैनिक संगठन रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के कब्जे के बाद सैकड़ों नागरिकों की हत्या और लापता होने की घटनाओं ने दुनिया को हिला दिया है। गवाहों और राहतकर्मियों के अनुसार, RSF के लड़ाकों ने ऊँटों पर सवार होकर सैकड़ों पुरुषों को पकड़कर एक जलाशय पर ले जाकर गोली मार दी।
एक बचे हुए व्यक्ति अलखैर इस्माइल ने बताया कि उसके स्कूल के एक साथी सैनिक ने उसे पहचानकर छोड़ दिया, जबकि बाकी सभी को मार दिया गया। वह निहत्था था और शहर में अपने रिश्तेदारों के लिए खाना ले जा रहा था।
रॉयटर्स ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए कम से कम तीन वीडियो की पुष्टि की है, जिनमें RSF के सैनिक निहत्थे कैदियों पर गोली चलाते दिख रहे हैं। दर्जनभर वीडियो में शवों के समूह नजर आए। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने अनुमान लगाया है कि सैकड़ों नागरिकों और निहत्थे सैनिकों की हत्या की गई, जिसे युद्ध अपराध माना जा रहा है।
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RSF ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह “मीडिया अतिशयोक्ति” है और कुछ सैनिकों को जांच के लिए गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, सहायता संगठन डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (MSF) ने बताया कि 26 अक्टूबर को भागने की कोशिश कर रहे लगभग 500 नागरिक और सैनिक मारे गए या पकड़ लिए गए।
गवाहों के मुताबिक, पुरुषों को महिलाओं और बच्चों से अलग कर पूछताछ या फिरौती के लिए रखा गया, जिनमें से कई अब तक लापता हैं। राहतकर्मियों ने बताया कि अल-फाशिर से करीब 2.6 लाख लोग विस्थापित हुए, लेकिन केवल 62,000 ही दर्ज किए जा सके हैं।
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