मिस्र शनिवार (1 नवंबर 2025) को अपने लंबे समय से प्रतीक्षित ग्रैंड इजिप्शियन म्यूज़ियम (GEM) का उद्घाटन करने जा रहा है, जो एक ही सभ्यता को समर्पित दुनिया का सबसे बड़ा संग्रहालय होगा। यह संग्रहालय राजधानी काहिरा के बाहरी क्षेत्र गीज़ा पठार पर स्थित है, जहां विश्व प्रसिद्ध पिरामिड्स और स्फिंक्स भी हैं।
संग्रहालय में 50,000 से अधिक कलाकृतियाँ प्रदर्शित की जाएंगी, जो प्राचीन मिस्र की सभ्यता की जीवनशैली को दर्शाएंगी। इनमें से 5,000 कलाकृतियाँ राजा तुतनखामुन की होंगी, जिन्हें 1922 में ब्रिटिश पुरातत्वविद् हावर्ड कार्टर ने खोजा था। यह पहली बार होगा जब पूरी तुतनखामुन संग्रह एक साथ प्रदर्शित की जाएगी।
मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी द्वारा प्रोत्साहित यह अरब डॉलर का प्रोजेक्ट देश के पर्यटन और अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से बनाया गया है। इस मौके पर कई विश्व नेताओं और राजघरानों के शामिल होने की संभावना है।
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संग्रहालय की कांच की त्रिकोणीय संरचना पास के पिरामिड्स से प्रेरित है। इसमें 24,000 वर्ग मीटर प्रदर्शनी क्षेत्र, 6 मंज़िला भव्य सीढ़ियाँ और पिरामिड्स से जोड़ने वाला पुल शामिल है। दो विशेष हॉल राजा तुतनखामुन के लिए समर्पित हैं, जिनमें उनके स्वर्ण सिंहासन, रथ, ताबूत और प्रसिद्ध स्वर्ण मुखौटा प्रदर्शित होंगे।
सरकार को उम्मीद है कि यह संग्रहालय पर्यटकों की संख्या बढ़ाएगा और देश को विदेशी मुद्रा के रूप में आर्थिक संबल देगा। वर्ष 2024 में 15.7 मिलियन पर्यटक मिस्र पहुंचे थे, जो देश के GDP का लगभग 8% योगदान करते हैं।
संग्रहालय आम जनता के लिए 4 नवंबर 2025 से खोला जाएगा।
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