हांगकांग के ताई पो जिले में बुधवार को एक ऊंची आवासीय इमारत में लगी भीषण आग ने भयावह रूप ले लिया, जिसमें कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक फायरफाइटर भी शामिल है। यह हादसा उस समय हुआ जब इमारत पर लगी बांस की मचान अचानक आग की चपेट में आ गई और देखते ही देखते पूरा ढांचा दहकने लगा।
स्थानीय समयानुसार दोपहर लगभग 2:50 बजे आग भड़की। आग लगते ही तेजी से फैलने लगी, जिसके चलते अधिकारियों ने इसे तुरंत “नंबर 4 अलार्म” स्तर पर अपग्रेड कर दिया, जो हांगकांग में दूसरा सबसे बड़ा आपातकालीन स्तर है। इस स्तर का मतलब है कि आग बेहद गंभीर है और बड़े पैमाने पर फायरफाइटिंग संसाधनों की आवश्यकता है।
घटनास्थल से मिल रहे लाइव वीडियो फुटेज में देखा गया कि बांस की मचान पूरी तरह आग की लपटों में घिरी हुई थी और काले धुएं के बादल तेजी से आसमान में उठ रहे थे। आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि इमारत के भीतर कई लोग फंस गए और उन्हें बचाना मुश्किल हो गया।
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फायरफाइटर्स ने आग पर काबू पाने के लिए बड़ी मशक्कत की, लेकिन लकड़ी और बांस की मचान ने आग को तेजी से फैलाने में बड़ी भूमिका निभाई। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि कुछ की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि बचाव कार्य अभी भी जारी है और आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। यह हादसा हांगकांग में ऊंची इमारतों की सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल खड़े कर रहा है, खासकर उन निर्माण स्थलों पर जहां बांस की मचान का बड़े पैमाने पर उपयोग होता है।
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