भारत और न्यूज़ीलैंड ने सोमवार को मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत पूरी होने की घोषणा की। यह समझौता भारत को न्यूज़ीलैंड के बाजारों में शुल्क-मुक्त पहुंच देगा और अगले पंद्रह वर्षों में लगभग 20 अरब अमेरिकी डॉलर के निवेश का रास्ता खोलेगा। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को अगले पांच वर्षों में दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है।
यह इस वर्ष भारत का तीसरा मुक्त व्यापार समझौता है। इससे पहले जुलाई में यूनाइटेड किंगडम और इसी महीने ओमान के साथ समझौते किए गए थे। नए समझौते के तहत भारत को अधिक अस्थायी रोजगार वीज़ा, फार्मास्यूटिकल्स और मेडिकल डिवाइस क्षेत्र में बेहतर बाजार पहुंच मिलेगी।
समझौते के अंतर्गत न्यूज़ीलैंड के लगभग 95 प्रतिशत निर्यात उत्पादों पर शुल्क समाप्त या कम किए जाएंगे। हालांकि, भारत ने डेयरी, प्याज, चीनी, मसाले, खाद्य तेल और रबर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में आयात की अनुमति नहीं दी है, ताकि किसानों और घरेलू उद्योगों के हित सुरक्षित रह सकें।
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