ईरान ने पुष्टि की है कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम को लेकर ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी (जिन्हें सामूहिक रूप से E3 कहा जाता है) के साथ नई वार्ता शुरू करने जा रहा है। यह जानकारी ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी के हवाले से सामने आई है।
इस वार्ता का उद्देश्य ईरान के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर कूटनीतिक समाधान खोजना है। ईरानी और यूरोपीय राजनयिकों के बीच यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब परमाणु समझौते (JCPOA) को पुनर्जीवित करने के प्रयास एक बार फिर तेज़ होते दिख रहे हैं।
2015 में हुए संयुक्त व्यापक कार्य योजना (JCPOA) के तहत ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम को सीमित करने पर सहमति जताई थी, जिसके बदले में उसे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से राहत मिली थी। लेकिन 2018 में अमेरिका के इस समझौते से बाहर निकलने और फिर से प्रतिबंध लगाने के बाद से हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं।
ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है, जबकि पश्चिमी देश चिंतित हैं कि वह परमाणु हथियारों की दिशा में आगे बढ़ सकता है।
इस बीच, विशेषज्ञों का मानना है कि नई बातचीत की शुरुआत से राजनयिक रास्ते खुल सकते हैं और क्षेत्रीय तथा वैश्विक तनाव में कुछ कमी आ सकती है। ईरान और E3 के बीच संवाद बहाल होना एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है, खासकर तब जब पश्चिम एशिया में सुरक्षा हालात लगातार नाजुक बने हुए हैं।