मध्य प्रदेश के इंदौर में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से ‘आपत्तिजनक’ गणेश मूर्तियों के निर्माण को लेकर कुछ मूर्तिकारों (कारीगरों) पर हमला कर दिया। यह घटना तब सामने आई जब एक समूह ने आरोप लगाया कि मूर्तियों की डिजाइन धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली है।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने संबंधित कारीगरों पर आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर कारीगरों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है, जिसमें धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप शामिल है।
हालांकि, इस पूरे मामले में कारीगरों का कहना है कि उन्होंने जानबूझकर किसी की भावनाएं ठेस नहीं पहुंचाई और मूर्तियां आम तौर पर मिलने वाले डिजाइन के अनुरूप ही थीं। कुछ सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा है कि कारीगरों के साथ हिंसा करना कानून अपने हाथ में लेने जैसा है और इसकी स्वतंत्र जांच होनी चाहिए।
इस घटना ने धार्मिक सहिष्णुता, कला की स्वतंत्रता और कानून व्यवस्था को लेकर एक नई बहस को जन्म दिया है। जहां एक ओर धार्मिक आस्थाओं की रक्षा की बात हो रही है, वहीं दूसरी ओर हिंसा के माध्यम से अभिव्यक्ति को दबाना भी आलोचना का विषय बना है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है ताकि क्षेत्र में शांति बनी रहे।