पतंजलि फूड्स लिमिटेड ने अपने लोकप्रिय उत्पाद न्यूट्रेला सोया चंक्स को लेकर कथित रूप से झूठे और मानहानिकारक दावे करने वाले एक यूट्यूब वीडियो के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में वाणिज्यिक मुकदमा दायर किया है। कंपनी का आरोप है कि इस वीडियो में यह दावा किया गया है कि न्यूट्रेला सोया चंक्स सुरक्षा परीक्षणों में विफल रहे हैं, जबकि यह तथ्यात्मक रूप से गलत और भ्रामक है।
कंपनी ने अदालत से तत्काल राहत की मांग करते हुए संबंधित वीडियो को हटाने, भविष्य में ऐसे कंटेंट के प्रकाशन पर रोक लगाने और करीब 15.5 करोड़ रुपये के हर्जाने की मांग की है। पतंजलि फूड्स का कहना है कि इस वीडियो से उसकी प्रतिष्ठा, ब्रांड वैल्यू और उपभोक्ताओं के विश्वास को गंभीर नुकसान पहुंचा है।
विवादित वीडियो का शीर्षक है—“Nutrela Soya Chunks Lab Test Report II First Time on YouTube – Pass or Fail??”। यह वीडियो 29 दिसंबर 2024 को ‘ट्रस्टिफाइड’ (Trustified) नामक यूट्यूब चैनल द्वारा अपलोड किया गया था। पतंजलि फूड्स का आरोप है कि वीडियो में दिखाए गए तथाकथित लैब टेस्ट के निष्कर्षों को गलत तरीके से पेश किया गया है और इसके जरिए उपभोक्ताओं में डर और भ्रम फैलाने की कोशिश की गई।
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कंपनी के अनुसार, न्यूट्रेला सोया चंक्स सभी निर्धारित खाद्य सुरक्षा मानकों और नियामकीय आवश्यकताओं का पालन करते हैं। वीडियो में किए गए दावे न केवल वैज्ञानिक आधार से परे हैं, बल्कि बिना किसी सक्षम प्राधिकरण की पुष्टि के सार्वजनिक किए गए हैं। पतंजलि फूड्स ने यह भी कहा कि ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैलते हैं और इससे कंपनी को अपूरणीय क्षति हो सकती है।
मामले की सुनवाई के दौरान बॉम्बे हाईकोर्ट यह तय करेगा कि वीडियो में किए गए दावे कितने तथ्यात्मक हैं और क्या वे मानहानि की श्रेणी में आते हैं। यह मामला डिजिटल प्लेटफॉर्म पर उत्पाद समीक्षाओं, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और कॉर्पोरेट प्रतिष्ठा के बीच संतुलन को लेकर एक अहम मिसाल बन सकता है।
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