अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वॉशिंगटन डी.सी. में राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने की चेतावनी दी है। यह बयान उन्होंने इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) विवाद के बीच दिया।
ट्रंप के इस ऐलान से पहले इस महीने राजधानी में हजारों लोग सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं। ये प्रदर्शन अगस्त में ट्रंप द्वारा वॉशिंगटन डी.सी. में नेशनल गार्ड की तैनाती के खिलाफ किए गए थे। विरोध करने वालों का कहना है कि यह कदम नागरिक स्वतंत्रताओं और लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।
ट्रंप ने कहा कि ICE को कमजोर करना या उसकी गतिविधियों में हस्तक्षेप करना अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता होगा। उन्होंने दोहराया कि उनकी सरकार का प्राथमिक लक्ष्य देश की सीमाओं की सुरक्षा और अवैध प्रवासियों पर नियंत्रण रखना है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप अपने समर्थकों को यह संदेश देना चाहते हैं कि वे कानून-व्यवस्था और सीमा सुरक्षा के मुद्दे पर किसी तरह का समझौता नहीं करेंगे।
हालांकि, मानवाधिकार संगठनों और विपक्षी दलों ने ट्रंप के इस रुख की कड़ी आलोचना की है। उनका कहना है कि नेशनल गार्ड की तैनाती और आपातकाल की धमकी लोकतंत्र में असहमति की आवाज़ को दबाने का प्रयास है।
वॉशिंगटन डी.सी. प्रशासन ने अभी तक इस पर आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन माना जा रहा है कि बढ़ते विरोध को देखते हुए यह मुद्दा आने वाले दिनों में और गरमा सकता है।
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