अमेरिका ने अपने इतिहास में पहली बार क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक बड़ा राष्ट्रीय कानून पारित किया है। यह कदम लंबे समय से नियमों की मांग कर रहे क्रिप्टो उद्योग के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि माना जा रहा है।
यह विधेयक मुख्य रूप से "स्टेबलकॉइन" के नियमन की रूपरेखा तैयार करता है। स्टेबलकॉइन ऐसी क्रिप्टोकरेंसी होती है, जो अमेरिकी डॉलर जैसी स्थिर और भरोसेमंद संपत्तियों द्वारा समर्थित होती है, जिससे इनकी कीमत अपेक्षाकृत स्थिर रहती है।
यह कानून उस उद्योग के लिए एक बड़ी जीत है, जिसे कभी मुख्यधारा से बाहर समझा जाता था, लेकिन अब वह कांग्रेस में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहा है। इस उद्योग ने पिछले साल के चुनावों में करोड़ों डॉलर का निवेश किया था और डोनाल्ड ट्रंप जैसे उम्मीदवारों का समर्थन किया था।
इस विधेयक को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) ने पारित किया, जबकि सीनेट ने इसे पिछले महीने ही मंजूरी दे दी थी। पूर्व राष्ट्रपति और अब रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के इस कानून पर हस्ताक्षर करने की संभावना है, जिससे यह आधिकारिक रूप से लागू हो जाएगा।
क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया के लिए यह कानून इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे अमेरिकी बाजार में पारदर्शिता, निवेशकों की सुरक्षा और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। साथ ही, यह अन्य देशों के लिए भी नियामक ढांचे का उदाहरण बन सकता है।