अमेरिकी सरकार एक नए पायलट प्रोग्राम के तहत कुछ पर्यटक वीज़ा आवेदकों से $15,000 तक का सुरक्षा बॉन्ड मांगने पर विचार कर रही है। इस कदम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वीज़ा प्राप्त करने वाले लोग निर्धारित अवधि में ही अमेरिका छोड़ दें और वीज़ा का दुरुपयोग न हो।
प्रोग्राम के लागू होने के बाद किन-किन देशों के नागरिकों पर यह नियम लागू होगा, इसकी आधिकारिक सूची जारी की जाएगी। अमेरिकी विदेश विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह बॉन्ड केवल चयनित देशों के लिए होगा और सभी पर्यटकों पर अनिवार्य रूप से लागू नहीं होगा।
इसके अलावा, कुछ मामलों में यह बॉन्ड माफ भी किया जा सकता है। निर्णय लेते समय प्रत्येक आवेदक की व्यक्तिगत परिस्थितियों को ध्यान में रखा जाएगा। इसका मतलब है कि जिन आवेदकों का यात्रा रिकॉर्ड अच्छा होगा या जो विश्वसनीय दस्तावेज प्रस्तुत करेंगे, उन्हें इस शर्त से छूट मिल सकती है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि यह पायलट प्रोग्राम अमेरिका की आव्रजन नीतियों में एक बड़ा बदलाव है और इससे वीज़ा प्रक्रिया में सख्ती आ सकती है। कुछ देशों में इसे लेकर चिंता भी जताई जा रही है क्योंकि इससे वैध पर्यटकों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ सकता है।
अमेरिकी प्रशासन का कहना है कि यह कदम अस्थायी और परीक्षण के आधार पर होगा। परिणामों का मूल्यांकन करने के बाद ही यह तय होगा कि इसे स्थायी रूप से लागू किया जाए या नहीं।
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