बिदर जिले में 22 सितंबर से सामाजिक-शैक्षिक सर्वेक्षण की शुरुआत की जाएगी। यह जानकारी उपायुक्त (डीसी) शिल्पा शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि इस सर्वेक्षण का मुख्य उद्देश्य जिले की जनसंख्या की सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक स्थिति का विस्तृत आकलन करना है।
डीसी ने कहा कि इस सर्वेक्षण से सरकार को समाज के विभिन्न वर्गों की वास्तविक स्थिति की जानकारी मिलेगी, जिससे नीतियों और कल्याणकारी योजनाओं को और अधिक प्रभावी तरीके से लागू किया जा सकेगा। यह सर्वेक्षण विशेष रूप से हाशिए पर खड़े समुदायों, वंचित वर्गों और कमजोर तबकों की स्थिति को समझने में मददगार साबित होगा।
उन्होंने बताया कि इस सर्वेक्षण में हर घर से जानकारी एकत्र की जाएगी, जिसमें शिक्षा स्तर, रोजगार की स्थिति, सामाजिक पृष्ठभूमि और बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता जैसे पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होगी और इसमें आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि आंकड़े सटीक और भरोसेमंद हों।
और पढ़ें: ज़ेलेंस्की बोले: सुरक्षा गारंटी के तहत हज़ारों सैनिक यूक्रेन में तैनात किए जा सकते हैं
शिल्पा शर्मा ने अधिकारियों और सर्वेक्षण टीमों को निर्देश दिया कि वे इस प्रक्रिया को गंभीरता और जिम्मेदारी से संपन्न करें। उन्होंने जनता से भी अपील की कि वे सर्वेक्षण कर्मियों को सही जानकारी देकर सहयोग करें।
अधिकारियों का मानना है कि यह सर्वेक्षण बिदर जिले में विकास की दिशा तय करने वाला एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इससे सरकार को यह समझने में आसानी होगी कि किन क्षेत्रों में सुधार की सबसे अधिक आवश्यकता है और किन योजनाओं को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
कुल मिलाकर, यह पहल जिले की सामाजिक और शैक्षिक स्थिति में सुधार लाने और भविष्य की नीतियों को सही दिशा देने में अहम भूमिका निभाएगी।
और पढ़ें: दिन की बड़ी खबरें: ट्रंप ने कहा भारत और रूस डार्क चाइना के पास गए, मुंबई में धमकी भरा संदेश, और भी बहुत कुछ