बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में गुरुवार (6 नवंबर, 2025) को मतदान समाप्त होने पर 121 सीटों पर 64.46% का वोटर टर्नआउट दर्ज किया गया। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) विनोद सिंह गुंजियाल ने बताया कि पहले चरण में कुल 3.75 करोड़ मतदाता मतदान करने के पात्र थे। यह मतदान 45,341 मतदान केंद्रों पर हुआ, जिनमें से 36,733 ग्रामीण क्षेत्रों में थे।
यह चरण छोटे दलों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। इस चरण में 20 सीटों पर CPI(ML) चुनाव लड़ रही है, जिनमें से उसके पास 6 सीटें हैं। वहीं, NDA में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने 29 सीटों में से 10 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिनमें से पार्टी के पास केवल एक सीट है। सीट वितरण को लेकर JD(U) समेत NDA सहयोगियों में असंतोष देखा गया।
इस चरण में कई बड़े नेता चुनाव मैदान में हैं, जिनमें विपक्ष के मुख्यमंत्री पद के चेहरे तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार सरकार के दर्जनों मंत्री शामिल हैं, जैसे उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा। RJD अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में मतदान को “रोटी” के उदाहरण से जोड़ा। उपमुख्यमंत्री सिन्हा ने कहा कि उनके काफिले की एक कार पर RJD समर्थकों ने हमला किया।
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मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने बताया कि अब तक कुल मतदान प्रतिशत 64.46% है। कुछ हिंसक घटनाओं के बीच, 5 बजे तक कुल 3.75 करोड़ मतदाताओं में से 60.18% ने मतदान किया। बेगूसराय जिले में सबसे अधिक 67.32% मतदान हुआ, इसके बाद समस्तीपुर 66.65% और मधेपुरा 65.74% के साथ।
जनशक्ति जनता दल (JJD) के संस्थापक तेज प्रताप यादव ने महुआ सीट पर जीत का विश्वास जताते हुए कहा कि उनकी पार्टी बिहार चुनाव के बाद “गंभीर राजनीतिक ताकत” के रूप में उभरेगी।
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