केंद्रीय रेल, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को लोकसभा में एक लिखित उत्तर में कहा कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना दिसंबर 2029 तक पूरी तरह से तैयार हो जाएगी। यह महत्वाकांक्षी परियोजना, जो भारत की पहली हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर है, महाराष्ट्र से लेकर गुजरात के साबरमती तक फैली हुई है।
वैष्णव ने बताया कि परियोजना का गुजरात खंड, जो वापी से साबरमती तक फैला है, दिसंबर 2027 तक पूरा होने की योजना है। जबकि पूरा कॉरिडोर — जिसमें महाराष्ट्र का हिस्सा भी शामिल है — दिसंबर 2029 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) इस परियोजना के निर्माण में जुटी है और जापानी तकनीक व सहयोग के तहत काम हो रहा है।
अब तक कई प्रमुख हिस्सों में काम शुरू हो चुका है, जिनमें पियर कास्टिंग, ट्रैक बिछाने और स्टेशन निर्माण शामिल हैं। हालांकि, भूमि अधिग्रहण और पर्यावरणीय मंजूरी जैसे पहलुओं के कारण महाराष्ट्र में कुछ हिस्सों में काम की गति धीमी रही है।
बुलेट ट्रेन के इस प्रोजेक्ट के पूरा होने से भारत के रेल नेटवर्क में क्रांतिकारी बदलाव की उम्मीद है, जिससे न केवल यात्रा का समय घटेगा बल्कि आर्थिक विकास को भी बल मिलेगा।