आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने ज़िला कलेक्टरों को सलाह दी है कि वे जनता के लिए सुलभ रहें और सहानुभूति के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों की भूमिका सरकारी योजनाओं और पहलों की सफलता सुनिश्चित करने में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है, इसलिए उनका दृष्टिकोण जन-केंद्रित, जवाबदेह और सक्रिय होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि कलेक्टर केवल प्रशासनिक कार्यवाहियों तक सीमित न रहें, बल्कि जनता की समस्याओं को प्रत्यक्ष रूप से समझने और समाधान करने में अग्रणी भूमिका निभाएं। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकारियों को अपने कार्यों में संवेदनशीलता और पारदर्शिता दिखानी चाहिए, ताकि सरकार और नागरिकों के बीच विश्वास मज़बूत हो सके।
चंद्रबाबू नायडू ने यह भी रेखांकित किया कि सरकार द्वारा लागू की जाने वाली योजनाएँ तभी सफल होंगी जब उन्हें ज़मीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किया जाएगा। इसके लिए कलेक्टरों को न केवल योजना निर्माण की प्रक्रिया में सक्रिय रहना होगा, बल्कि उनके कार्यान्वयन की निगरानी भी सुनिश्चित करनी होगी।
और पढ़ें: आंध्र प्रदेश के CM चंद्रबाबू नायडू ने उत्तरांध्र सुजला श्रावंथि और श्रीशैलम डैम सुरक्षा कार्यों को दी प्राथमिकता
उन्होंने अधिकारियों को जनता से सीधा संवाद बढ़ाने और उनकी शिकायतों के समाधान को प्राथमिकता देने की सलाह दी। उनका कहना था कि प्रशासन को केवल आदेश लागू करने वाली मशीन नहीं समझा जाना चाहिए, बल्कि यह एक ऐसा तंत्र होना चाहिए जो नागरिकों की अपेक्षाओं के अनुरूप कार्य करे।
विशेषज्ञों का मानना है कि मुख्यमंत्री की यह सलाह प्रशासनिक ढांचे में पारदर्शिता और संवेदनशीलता को बढ़ावा देने में सहायक होगी। यह कदम जनता और शासन के बीच बेहतर तालमेल स्थापित कर सकता है।
और पढ़ें: आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने न्याय प्रणाली में नई तकनीक और एडीआर तंत्र अपनाने पर दिया जोर