दिल्ली हाईकोर्ट में न्यायिक नियुक्तियों के सिलसिले में तीन नए न्यायाधीशों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली, जिससे अब अदालत में कुल न्यायाधीशों की संख्या बढ़कर 43 हो गई है। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य न्यायाधीश देवेंद्र कुमार उपाध्याय ने इन तीनों न्यायाधीशों को औपचारिक रूप से शपथ दिलाई।
नई नियुक्तियों से न्यायिक प्रणाली में अपेक्षित गति और मामलों के निपटारे में सहायता मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। दिल्ली हाईकोर्ट लंबे समय से न्यायाधीशों की संख्या कम होने की समस्या से जूझ रहा था, जिससे लंबित मामलों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही थी।
इस नई नियुक्ति के साथ, अदालत की कार्यक्षमता में सुधार होने की संभावना है। यह कदम न्यायपालिका को अधिक मजबूत और सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
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इन तीनों नए न्यायाधीशों के चयन की प्रक्रिया कॉलेजियम की सिफारिशों और राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद पूरी की गई। यह प्रक्रिया भारतीय न्यायिक प्रणाली में पारदर्शिता और योग्यता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बनाई गई है।
शपथ ग्रहण समारोह में दिल्ली हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीशों, अधिवक्ताओं और न्यायालय के प्रशासनिक अधिकारियों ने भी भाग लिया।
यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब न्यायपालिका पर मामलों के शीघ्र निपटारे का दबाव बढ़ रहा है, और नई नियुक्तियां इस दिशा में राहत देने वाली साबित हो सकती हैं।
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