झारखंड के धनबाद जिले में एक बंद पड़ी खदान में कथित धंसाव की खबर ने प्रशासन और बचाव दलों को सतर्क कर दिया है, लेकिन अब तक राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) का बचाव अभियान शुरू नहीं हो सका है क्योंकि धंसाव का सटीक स्थान स्पष्ट नहीं हो पाया है।
घटना के संबंध में शुरुआती जानकारी स्थानीय निवासियों द्वारा दी गई, जिन्होंने दावा किया कि अवैध खनन के दौरान खदान का एक हिस्सा धंस गया और कुछ लोग उसमें फंस गए हो सकते हैं। हालांकि, प्रशासन ने अब तक किसी के फंसे होने की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। ऐसे में बिना सटीक स्थान की जानकारी के NDRF और अन्य एजेंसियां बचाव अभियान शुरू करने से बच रही हैं।
कोल इंडिया लिमिटेड और जिला प्रशासन की तकनीकी टीमें संभावित स्थानों की तलाश में लगी हैं। डॉग स्क्वॉड, ड्रोन और अन्य उपकरणों की मदद से इलाके की छानबीन की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि जमीन के अंदर की अस्थिर स्थिति के चलते जल्दबाजी में कोई कार्रवाई करना जोखिम भरा हो सकता है।
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इस घटना ने एक बार फिर बंद खदानों में हो रहे अवैध खनन और उनसे जुड़े खतरों को उजागर कर दिया है, जिससे इलाके में चिंता और भय का माहौल बना हुआ है।
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