भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र केंद्रीय प्रेक्षकों (Central Observers) को विस्तृत जानकारी दी और उनकी जिम्मेदारियों पर बल दिया। इस अवसर पर मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) ने कहा कि प्रेक्षक आयोग की “आँख और कान” के रूप में काम करें और चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाए रखने में अहम भूमिका निभाएँ।
CEC ने प्रेक्षकों से अपील की कि वे चुनाव के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी, दबाव या अनियमितता को तुरंत संज्ञान में लें और आयोग को रिपोर्ट करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रेक्षकों की भूमिका केवल निगरानी तक सीमित नहीं है, बल्कि वे जनता और राजनीतिक दलों के साथ विश्वास कायम करने का कार्य भी करते हैं।
चुनाव आयोग ने कहा कि प्रेक्षकों को मतदान केंद्रों की व्यवस्थाओं, सुरक्षा प्रबंधन, आचार संहिता के पालन और शिकायत निवारण पर विशेष ध्यान देना होगा। साथ ही, उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि मतदान स्वतंत्र, निष्पक्ष और हिंसा-मुक्त वातावरण में हो।
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इस ब्रीफिंग में यह भी बताया गया कि आधुनिक तकनीक और डिजिटल उपकरणों का इस्तेमाल कर प्रेक्षकों को अधिक सटीक और रियल-टाइम जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। इससे उनकी निगरानी और रिपोर्टिंग की प्रक्रिया और अधिक प्रभावी होगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि केंद्रीय प्रेक्षकों की सक्रिय और निष्पक्ष भूमिका बिहार जैसे बड़े और जटिल चुनावों में पारदर्शिता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने में निर्णायक होगी।
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