एरोड जिले में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार और बैंकों द्वारा किए जा रहे प्रयासों के तहत शुक्रवार (28 नवंबर 2025) को कलेक्ट्रेट में तीसरा विशेष शिक्षा ऋण शिविर आयोजित किया गया। इस अवसर पर जिला कलेक्टर एस. कंदसामी ने 49 कॉलेज छात्रों को कुल ₹2.5 करोड़ के शिक्षा ऋण स्वीकृति आदेश वितरित किए।
कलेक्टर ने कार्यक्रम में बताया कि इस वित्तीय वर्ष की शुरुआत से अब तक एरोड जिले में बैंकों ने लगभग 1,300 छात्रों को ₹98 करोड़ के शिक्षा ऋण स्वीकृत किए हैं, जो शिक्षा को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई महत्त्वपूर्ण योजनाएं लागू कर रही है, जिनमें ‘पुधुमाई पेन योजना’ प्रमुख है। इस योजना के तहत सरकारी स्कूलों में कक्षा 6 से 12 तक पढ़ने वाली छात्राओं को हर महीने ₹1,000 की वित्तीय सहायता दी जाती है।
उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि शिक्षा ऋण को बोझ नहीं, बल्कि भविष्य के निर्माण में एक निवेश के रूप में देखें। कलेक्टर ने बैंकों से भी अपील की कि वे योग्य छात्रों को ऋण प्रदान करने में संकोच न करें, क्योंकि यह शिक्षा के विस्तार और युवाओं के सशक्तिकरण के लिए अत्यंत आवश्यक है।
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कार्यक्रम में उपस्थित बैंक अधिकारियों और अभिभावकों ने भी शिक्षा ऋण प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। जिला प्रशासन का दावा है कि ऐसे शिविरों से अधिक से अधिक छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में मदद मिलेगी, विशेषकर आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को।
कलेक्टर ने कहा कि सरकार ऐसी पहलों के माध्यम से यह सुनिश्चित करना चाहती है कि कोई भी छात्र आर्थिक कठिनाइयों के कारण अपनी शिक्षा न छोड़े और सभी युवाओं को अपने सपने साकार करने का अवसर मिले।
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