उत्तराखंड के प्रमुख तीर्थ स्थल चार धाम में से तीन – गंगोत्री, केदारनाथ और यमुनोत्री – शीतकालीन बंद हो गए हैं, जिससे इस साल की चार धाम यात्रा का मुख्य धार्मिक पर्यटन सीजन समाप्ति की ओर बढ़ गया है।
उत्तरकाशी का गंगोत्री बुधवार को बंद कर दिया गया, जबकि केदारनाथ (रुद्रप्रयाग) और यमुनोत्री (उत्तरकाशी) ने गुरुवार को शीतकालीन बंद होने की आधिकारिक घोषणा की। इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए औपचारिक पूजा-अर्चना और समापन समारोह आयोजित किए गए। बद्रीनाथ धाम नवंबर के अंत तक खुले रहेंगे, जिससे श्रद्धालुओं को अंतिम अवसर पर दर्शन का लाभ मिल सकेगा।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इस साल केदारनाथ धाम में कुल 17.68 लाख श्रद्धालु पहुंचे, जो कि 2024 की तुलना में लगभग 1.25 लाख अधिक है। यात्रियों की बढ़ती संख्या और तीर्थ स्थलों पर सुरक्षा, स्वास्थ्य और सुविधाओं का बेहतर प्रबंधन इस साल के सीजन की खास विशेषताएं रही।
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चार धाम यात्रा के दौरान देश-विदेश से श्रद्धालु भारी संख्या में पहुंचे और पर्वतीय रास्तों, घाटियों और तीर्थ स्थलों की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लिया। हालांकि, शीतकालीन बंद के साथ ही ऊंचाई वाले मार्गों पर बर्फबारी और कठिन मौसम के कारण दर्शनार्थियों की आवाजाही रोक दी गई है।
अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि वे आगामी वर्ष में चार धाम यात्रा की योजना बनाते समय मौसम और बंद होने वाले स्थलों की जानकारी अवश्य लें।
इस वर्ष चार धाम यात्रा ने उत्तराखंड के धार्मिक और पर्यटन क्षेत्र को विशेष आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से सशक्त किया।
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