अंतरराष्ट्रीय आर्थिक परिस्थितियों और अमेरिकी सरकार के शटडाउन के प्रभाव के चलते सोने की कीमतों में बड़ा उछाल देखा गया है। मंगलवार को सोना ₹535 बढ़कर रिकॉर्ड ₹1,17,800 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। यह अब तक का सबसे ऊँचा स्तर है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी सरकार के शटडाउन और फेडरल रिज़र्व द्वारा संभावित ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने निवेशकों को सुरक्षित विकल्प के रूप में सोने की ओर आकर्षित किया है। आम तौर पर जब वैश्विक अर्थव्यवस्था अस्थिर होती है, तो सोना निवेशकों के लिए सुरक्षित संपत्ति के रूप में उभरता है।
इसके साथ ही चांदी के वायदा भाव में भी मजबूती आई, जिसने बाजार में सकारात्मक रुख कायम किया। चांदी की कीमतों में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई, जो निवेशकों के बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
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वित्तीय विश्लेषकों का कहना है कि वर्तमान में डॉलर पर दबाव और वैश्विक बॉन्ड यील्ड में उतार-चढ़ाव के कारण कीमती धातुओं में तेजी का रुख बना हुआ है। इसके अलावा, भू-राजनीतिक तनाव और आर्थिक अनिश्चितता ने भी सोने-चांदी की कीमतों को सहारा दिया है।
भारतीय बाजार में सोने की लगातार बढ़ती कीमत से आभूषण कारोबारियों और आम खरीदारों पर असर पड़ सकता है। हालांकि निवेशक इसे दीर्घकालिक सुरक्षित निवेश मानते हैं। आने वाले दिनों में फेडरल रिज़र्व की नीतियों और अमेरिकी राजनीतिक स्थिति का सीधा असर सोने-चांदी के बाजार पर देखने को मिलेगा।
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