हरियाणा मानवाधिकार आयोग ने प्रसव के दौरान एक नवजात शिशु का हाथ कट जाने की घटना पर गंभीर चिंता जताई है और राज्य स्वास्थ्य विभाग से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। आयोग ने कहा कि यह घटना न केवल सार्वजनिक संस्थानों में लोगों के विश्वास को कमजोर करती है, बल्कि यह संयुक्त राष्ट्र बाल अधिकार संधि (UNCRC) का भी उल्लंघन है।
मामला हाल ही में सामने आया, जब एक सरकारी अस्पताल में डिलीवरी के दौरान कथित लापरवाही के कारण एक नवजात का हाथ कट गया। घटना के बाद शिशु की हालत नाजुक बनी हुई है और उसे विशेष चिकित्सा देखभाल में रखा गया है।
आयोग ने कहा कि यह मामला गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन है और चिकित्सा सेवा में लापरवाही का स्पष्ट उदाहरण है। आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव और स्वास्थ्य विभाग से चार सप्ताह के भीतर विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। रिपोर्ट में यह बताया जाना होगा कि प्रसव के दौरान क्या परिस्थितियां थीं, किसकी लापरवाही से यह हादसा हुआ और जिम्मेदारों पर क्या कार्रवाई की गई।
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मानवाधिकार आयोग ने यह भी कहा कि ऐसी घटनाएं न केवल चिकित्सा सेवाओं पर प्रश्नचिह्न लगाती हैं, बल्कि राज्य के स्वास्थ्य तंत्र की जवाबदेही पर भी सवाल उठाती हैं। आयोग ने पीड़ित परिवार को तुरंत और पर्याप्त मुआवजा देने तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की सिफारिश की है।
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